सिंचाई मंत्री ने सिंचाई विभाग में रिक्त 2046 पदों को शीघ्र भरने के दिए निर्देश

उत्तराखण्ड

देहरादून उत्तराखंड के बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर। सिंचाई विभाग में समूह-क से लेकर समूह-ग तक रिक्त सीधी भर्ती व पदोन्नति के रिक्त 2046 पद शीघ्र भरे जाएंगे। सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने विभाग को पद भरने को तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को यमुना कालोनी में सिंचाई विभाग के सभागार में समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि शीघ्र रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाए ताकि कोरोना काल में युवाओं को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि समय पर निर्माण कार्य पूरे नहीं हुए और बजट खर्च नहीं किया गया तो संबंधित अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में पूंजी लेखा मद के अनुमोदित बजट में से 262.99 करोड़ के सापेक्ष 224.44 करोड़ खर्च किए गए। सभी मदों से राज्य में 206 योजनाएं पूरी की गई हैं।

मंत्री ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के वर्तमान में प्रचलित मानक रुपये 2.50 लाख प्रति हेक्टेयर से 3.50 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर किए जाने के मामले में तेजी से कार्यवाही के निर्देश दिए। इस योजना में क्षतिग्रस्त नहरों के पुनरोद्धार व जीर्णोद्धार की योजनाओं की स्वीकृति को प्रभावी कार्यवाही करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि चम्पावत में निर्माणाधीन कोलीढेक झील, पिथौरागढ़ में निर्माणाधीन थरकोट झील व अन्य निर्माणाधीन झीलों के कार्य अक्टूबर, 2021 तक हर हाल में पूरे किए जाएं।

थरकोट झील के क्षेत्र में एनएच की ओर से डाले गए मलबे को शीघ्र हटाने के निर्देश दिए गए। साथ ही बजट उपयोग का समय से किया जाए। उन्होंने कहा कि जमरानी बांध परियोजना को एडीबी से फंडिंग के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। बांध परियोजना से प्रभावित विस्थापितों के लिए ऊधमसिहनगर में भूमि चिह्नित करने की कार्यवाही तेज करने को कहा गया। उन्होंने हल्द्वानी में पेयजल की समस्या और सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि को देखते हुए परियोजना का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सौंग बांध परियोजना के पुनर्वास कार्य को भूमि चिह्नीकरण शीघ्र किया जाए। साथ ही पुनर्वास नीति तैयार करने को कहा गया।

भ्रामक सूचनाएं देने वाले अभियंता पर होगी कार्यवाही

सिंचाई मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान हरिद्वार जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के समय भ्रामक व गलत सूचनाएं देने वाले अभियंता के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के मद्देनजर सूचनाओं को जनता तक समय पर उपलब्ध कराने को प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा। बैठक में सिंचाई सचिव एसए मुरुगेशन, प्रमुख अभियंता मुकेश मोहन समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *