हरिद्वार। मेष संक्रांति पर कुंभ का दूसरा शाही स्नान जारी है। अखाड़ों का शाही काफिला अपने-अपने समय में स्नान को हर की पैड़ी घाट पहुंच रहे हैं। सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी और उसके सहयोगी अखाड़ों ने आस्था की डुबकी लगाई। इसके बाद अब जूना अखाड़ा भी शाही स्नान को पहुंच गया है। अखाड़ों का वैभव देखते ही बन रहा है। बता दें कि अखाड़ों के स्नान के दौरान हर की पैड़ी पर आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। उन्हें अन्य घाटों पर स्नान करना होगा। शाही स्नान में सभी 13 अखाड़े भाग ले रहे हैं। मेलाधिष्ठान के अनुसार स्नान सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू हुआ, जो शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा।
- आठ बाजे पूरी तरह खाली हो जाएंगे हर की पैड़ी समेत आसपास के तमाम घाट। कुछ श्रद्धालु बिना नहाए मायूस वापस लौटे।
- मेष संक्रांति स्नान को हर की पैड़ी पर उड़े श्रद्धालु। सात बजे के बाद यहां आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक। मध्यरात्रि के बाद से ही पहुंचने लगे थे हर की पैड़ी।
शास्त्रों के अनुसार मेष संक्रांति पर अमृत योग में होने वाले इस शाही स्नान को कुंभ का मुख्य स्नान माना गया है। मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि शाही स्नान के लिए हरकी पैड़ी को अखाड़ों के लिए आरक्षित रखा गया है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु शाम को गंगा आरती के बाद हरकी पैड़ी पर स्नान कर सकते हैं। सुबह श्रद्धालु कितने बजे तक स्नान कर सकेंगे, इस बारे में भीड़ को देखकर ही फैसला लिया जाएगा।