पिथौरागढ़ में बारिश के कारण धामी गांव में दो घर जमीदोज हो गए, हादसे में दो लोग मलबे में दबे

उत्तराखण्ड

सीमांत जिले पिथौरागढ़ के बंगापानी तहसील में बारिश ने फिर तबाही मचाई है। क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण धामी गांव में दो घर जमीदोज हो गए। हादसे में दो लोग और मवेशी मलबे में दबे बताए जा रहे हैं। वहीं मुनस्यारी तहसील के भुजगड़ नदी घाटी के गूटी गांव में मकान में विशाल बोल्डर गिरने से एक महिला की मौत हो गई है। ग्राम प्रधान देवकी बिष्ट के अनुसार बासबगड़ घाटी के गूटी गांव में मकान पर बोल्डर गिरने से जानकी देवी 37 वर्ष पत्नी भूपालसिंह की मौत हो गई है। बताया कि तल्ला भैसकोट में दया राम के मकान पर मलबा और पत्थर गिरे। हादसे में मकान क्षतिग्रस्त हो गया। परिवार के चार लोगों की जान बाल बाल बची है।वहीं बंगापानी में घटना की सूचना मिलते राजस्व, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है। उप जिला अधिकारी धारचूला एके शुक्ला भी धारचूला से घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे ने तत्काल राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश संबंधितों को दिए हैं।

तहसील बंगापानी धामी गांव के भ्यौला तोक में रात की इस घटना का ग्रामीणों को भी पता नहीं चला। सोमवार सुबह जब ग्रामीण जागे तो देखा कि भ्योला तोक में भारी भूस्खलन हुआ था । वहां पर स्थित मकान का नामो निशान नहीं था। मकान में रह रहे दो लोगों सहित पालतू मवेशी लापता थे। ग्रामीणों के अनुसार लापता व्यक्तियों में विशना देवी 55 वर्ष पत्नी हयात सिंह, जवाहर सिंह 30 वर्ष हैं। यह गांव गोरी नदी से दो किमी दूर स्थित है।

पिछले रविवार की रात को भी भारी बारिश के कारण बंगापानी तहसील के गैला और टांगा गांव में भारी तबाही मची थी। पहाड़ से मलबा आने के कारण कई घर ध्वस्त हो गए थे। गैला गांव में तीन लोगों की मौत हो गई थी तो पांच घायल हो गए थे जबकि टांगा में 11 लोग मलबे दब गए थे। जिनमें नौ का शव मलबे से बरामद कर लिया गया है। दो की तलाश अब भी जारी है। वहीं बारिश ने एक बार भी कहर ढाया है। धामी गांव में दो मकान ढहने से दो लोग मलबे दबे बताए जा रहे हैं। सूचना पर मदद के लिए राजस्व, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है।

सीमांत जिले में लगातार खराब हो रहे हालात

आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। भारी बारिश, भूस्खलन और कटाव से मुनस्यारी, बंगापानी और धारचूला तहसील में 18 जुलाई से अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि दो अब भी लापता है। कई मकान जमींदोज हो चुके हैं। 38 परिवार सरकारी स्कूल और टेंटो में शरण लिए हुए हैं। वहीं रविवार रात फिर बंगापानी तहसील के धामी गांव में एक मकान भूस्खलन से जमींदोज हो गया। इसमें दो लोग और मवेशी भी मलबे में लापता हैं।

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