उत्तराखंड सरकार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण समिति के उपाध्यक्ष दायित्व धारी ज्ञान सिंह नेगी का मंगलवार की सुबह ऋषिकेश में निधन हो गया। ऋषिकेश के नेहरू मार्ग ऋषि लोक कॉलोनी स्थित आवास में मंगलवार की सुबह उनकी तबीयत बिगड़ी। उसके बाद उन्हें हिमालयन हॉस्पिटल जॉली ग्रांट ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। तब से वह घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। बीती एक सितंबर को उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
उत्तराखंड सरकार में दायित्वधारी एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री रहे ज्ञान सिंह नेगी (75 वर्ष ) टिहरी जिले के बेरणी के निवासी थे। आपातकाल के दौरान स्व. नेगी 18 माह जेल में रहे। वह लंबे समय तक विद्या भारती, जनसंघ, आरएसएस से जुडे रहे। भाजपा में भी प्रदेश महामंत्री, अनुशासन समिति के अध्यक्ष से लेकर कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर राज्यमंत्री ज्ञान सिंह नेगी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट में कहा ‘भाजपा उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता एवं हमारी सरकार में दर्जाधारी राज्यमंत्री और मेरे सहयोगी ज्ञान सिंह नेगी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दुःख हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करें’।
विधानसभा अध्यक्ष ने निधन पर व्यक्त किया शोक
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यमंत्री ज्ञान सिंह नेगी के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं अनुसरण परिषद उत्तराखंड के उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह नेगी के बारे में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि उन्होंने पार्टी के सच्चे सेवक के रूप में जीवन पर्यंत मूल्यों पर आधारित राजनीति की एवं संगठन को मजबूत करने में अपना विशेष योगदान दिया। उन्होंने समाज की सेवा में अपने कर्तव्यों का हमेशा निर्वहन किया। विधानसभा अध्यक्ष ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त की है।