भावना पांडे ने कहा- आंदोलनकारी बेरोजगार युवाओं पर बनाया जा रहा जबरन दबाव

उत्तराखण्ड राजनीतिक

देहरादून। जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष एवँ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे एक बार फिर बेरोजगार युवाओं के समर्थन में आगे आईं हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के द्वारा आंदोलनकारी बेरोजगार युवाओं पर जबरन दबाव बनाया जा रहा है।

भावना पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देहरादून दौरे के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार के आदेश पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा पहले तो आंदोलन कर रहे बेरोजगार युवाओं को पुलिस के ज़रिए जबरन धरना स्थल से उठवाया गया और अब उन्हें यहां दोबारा धरना देने से रोका जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवाओं को धरना स्थल से उठाते वक़्त पुलिस के अधिकारियों द्वारा आंदोलनकारी युवाओं को ये आश्वासन दिया गया था कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली की वजह से उन्हें गाँधी पार्क से हटाया जा रहा है एवँ रैली के बाद में पुनः वे यहाँ धरना दे सकते हैं।

भावना पांडे ने आगे कहा कि अब दोबारा जब ये आंदोलनकारी युवा धरना स्थल पर पहुंचे तो पुलिस के द्वारा इन्हें खदेड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के द्वारा बेरोजगार युवाओं पर झूठा मुकदमा दर्ज किये जाने की बात कहकर उन्हें डराया व धमकाया जा रहा है। साथ ही गांधी पार्क के बाहर बना अस्थायी धरना स्थल खाली करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा साजिश रचकर बेरोजगारों के आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीते काफी समय से कईं  बेरोजगार युवा अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं किंतु सरकार इनकी बात सुनना मुनासिब नहीं समझती। बेरोजगारों की समस्याओं को दूर करने की जगह इनके आंदोलन को खत्म करने की कोशिशें की जा रही हैं। यही नहीं कईं बार सरकार से धरना स्थल बदलने की मांग भी की गईं किन्तु लंबे समय तक इस मांग पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।

भावना पांडे ने कहा कि बीते काफी दिनों से एकता विहार के धरना स्थल पर बेरोजगार युवा अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे, किन्तु वहां की व्यवस्था सही न होने के कारण उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। धरना स्थल पर चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यही नहीं पानी की व्यवस्था न होने की वजह से शौचालय में से दुर्गंध उठ रही थी। सरकार की अनदेखी की वजह बेरोजगार युवाओं को ऐसी जगह बैठकर आंदोलन करना पड़ रहा था। इसी वजह से लगातार आंदोलनकारी युवा धरना स्थल बदलने की मांग कर रहे थे।

जिसके पश्चात स्थानीय प्रशासन द्वारा इन्हें परेड ग्राउण्ड पर धरना देने की अनुमति प्रदान की गई किन्तु प्रधानमंत्री की रैली की वजह से इन्हें गाँधी पार्क के बाहर बने नाले के पास धरना देने को कहा गया। लेकिन अब इन्हें यहाँ से भी जबरन उठाया जा रहा है। जेसीपी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि आंदोलन कर रहे बेरोजगार युवाओं के लिए रजाई-गद्दों व टैंटों समेत भोजन-पानी की व्यवस्था भी जनता कैबिनेट पार्टी  के द्वारा ही की जा रही है।

भावना पांडे ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांधी पार्क के बाहर आंदोलन कर रहे बेरोजगार युवाओं पर पुलिस अत्याचार कर रही है और जब स्वयं जेसीपी अध्यक्ष द्वारा पुलिस का विरोध किया गया तो पुलिस अधिकारी एवँ उनकी टीम के द्वारा भावना पांडे के साथ भी अभद्रता की गई। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखंड की आंदोलनकारी बेटी हैं एवँ किसी के दबाव में आने वाली नहीं है। यदि सरकार के द्वारा आंदोलनकारियों संग जोर-जबरदस्ती की गई तो सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

गांधी पार्क के बाहर धरना दे रहे इन आंदोलनकारी युवाओं में एनआईओएस-डीएलएड शिक्षक संगठन, पीआरडी के जवान, सैन्य कगार के जवान, स्वरोजगार वाले युवा, उत्तराखंड परिवहन निगम में चयनित बेरोजगार युवा, विद्युत विभाग के युवा, पीडब्ल्यूडी, दंत चिकित्सक, सहायक लेखाकार, फार्मासिस्ट बेरोजगार युवा एवँ जूनियर इंजीनियर्स आदि आंदोलनकारी बेरोजगार युवा संगठन शामिल हैं।

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