उत्तर कोरिया की मिसाइल की मारक क्षमता के दायरे में अमेरिका

उत्तराखण्ड

सोल। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा कि उनका देश अमेरिका में कही भी मार करने की क्षमता रखने वाली नयी मिसाइल का सफल परीक्षण कर पूर्ण परमाणु शक्ति बन गया। उत्तर कोरिया ने अपने मिसाइलों के परीक्षण में दो महीने के विराम के बाद अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सामने नयी चुनौती पेश की है।

ट्रम्प ने घोषणा की थी कि उत्तर कोरिया इस तरह की क्षमता ‘‘हासिल नहीं कर पाएगा।’’ उत्तर कोरिया के सरकारी टेलीविजन पर उसकी मशहूर प्रस्तोता री चुन-ही ने आईसीबीएम के परीक्षण की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘किम जोंग उन गर्व के साथ इस बात की घोषणा करते हैं कि हमने आखिरकार पूर्ण परमाणु शक्ति बनने का महान सपना हासिल कर लिया, वह सपना जो रॉकट शक्ति बनने से जुड़ा है।’’

री चुन-ही ने कहा, ‘‘आईसीबीएम ह्वासोंग-15 का सफल परीक्षण डीपीआरके (उत्तर कोरिया) के महान एवं साहसी लोगों की एक अनमोल जीत है।’’ सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा, ‘‘आईसीबीएम ह्वासोंग-15 जैसी हथियार प्रणाली पूरे अमेरिका पर वार करने में सक्षम भारी आयुध से लैस अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक रॉकेट है।’’ उत्तर कोरिया सरकार ने कहा कि मिसाइल 4,475 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंची और परीक्षण स्थल से 950 किलोमीटर की दूरी पर गिरी।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मुद्दे को लेकर आपात सत्र बुलाने पर सहमत हो गया और ट्रम्प ने परीक्षण को लेकर कहा, ‘‘मैं आपसे बस इतना ही कहूंगा कि हम इससे निपट लेंगे।’’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने उत्तर कोरिया द्वारा किए गए नए मिसाइल परीक्षण की कड़ी आलोचना की है और उससे कहा है कि वह ‘‘अस्थिरता लाने वाले ऐसे कदमों से परहेज करे।’’

गुतारेस ने कल एक बयान में कहा, ‘‘यह सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साझा विचार के प्रति पूरी तरह उपेक्षा दर्शाता है।’’ दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने उत्तर कोरिया द्वारा आज किये गये मिसाइल परीक्षण की आलोचना करते हुए चेतावनी दी कि कोरियाई प्रायद्वीप में हालात बिगड़ रहे हैं और वह संघर्ष का रूप ले सकते हैं।

आपात स्थिति में बुलायी गयी राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मून ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण ‘‘दुस्साहस भरा उकसावा’’ है जो मौजूदा तनाव को गंभीर स्थिति में ले जाएगा। परीक्षण के लिए दागी गई मिसाइल जापान के पास समुद्र में गिरी है। मून ने कहा, ‘‘यदि उत्तर कोरिया दूसरे महाद्वीप तक मारक क्षमता रखने वाली मिसाइल विकसित कर लेता है तो हालात काबू से बाहर हो जाएंगे।

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