निर्मल गंगा अभियान का असर,देखने को मिला गंगोत्री में

उत्तराखण्ड
गंगोत्री में दिखा निर्मल गंगा अभियान का असर, चमकने लगे हैं घाट

गंगोत्री धाम में  निर्मल गंगा अभियान का असर नजर आने लगा है। यहां गंगा घाट पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त हुई है। साथ ही प्लास्टिक कूड़े के निस्तारण को मशीन लगाई गई।

देहरादून,  गंगोत्री धाम में के निर्मल गंगा अभियान का असर नजर आने लगा है। यहां न केवल गंगा घाट पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त हुई है, बल्कि कूड़ा प्रबंधन को लेकर नगर पंचायत प्रशासन भी गंभीर हुआ है। नतीजा, गंगोत्री में प्रस्तावित बस पार्किंग स्थल के पास कूड़ा प्रबंधन संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। साथ ही प्लास्टिक कूड़े को कॉम्पेक्ट करने के लिए कॉम्पेक्टर मशीन भी लगा दी गई है।

की ओर से बीते दिनों गोमुख से लेकर हरिद्वार तक गंगा की निर्मलता एवं स्वच्छता के लिए निर्मल गंगा अभियान चलाया गया। इसके तहत गंगोत्री में यात्रियों, तीर्थ पुरोहितों व व्यापारियों को जागरूक किया गया। साथ ही गंगोत्री में कूड़े-कचरे की ग्राउंड तस्वीर भी दिखाई गई। इसके बाद से धाम में घाटों पर स्वच्छता की तस्वीर बदली है।

यात्री और तीर्थ पुरोहित अब कूड़े को कूड़ेदान तक पहुंचा रहे हैं। साथ ही घाटों पर स्वच्छता के लिए नगर पंचायत गंगोत्री प्रशासन ने नियमित तौर पर कर्मी तैनात कर दिए हैं। इसके साथ ही कूड़ा प्रबंधन के लिए संयंत्र भी लगाया जा रहा है।

गंगोत्री नगर पंचायत के प्रशासक एवं एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि गंगोत्री में प्लास्टिक कूड़े की छंटाई कर उसे कॉम्पेक्टर के जरिए कॉम्पेक्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही जैविक कूड़े के प्रबंधन के लिए संयंत्र तैयार किया गया है। बताया कि जैविक कूड़े की खाद तैयार की जाएगी। इस पर तेजी से काम चल रहा है। गंगोत्री में घाट, सड़क, मंदिर परिसर व गंगोत्री बाजार में स्वच्छता के लिए खास निर्देश दिए गए हैं।

पर्यटक कनखू बैरियर पहुंचा रहे कूड़ा

गंगोत्री गोमुख ट्रैक पर जाने वाले पर्यटक भी अभियान से प्रेरित हुए हैं। हर दिन गंगोत्री नेशनल पार्क के पास 15 से 20 किलो कूड़ा एकत्र हो रहा है। पहले पर्यटक कूड़े को गोमुख क्षेत्र में ही छोड़ देते थे।

ओर गोमुख से हरिद्वार तक निर्मल गंगा अभियान चलाया गया था। इस अभियान में गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में पहुंच कर पर्यटकों को जागरूक किया। प्लास्टिक व पॉलीथिन का प्रयोग न करने के लिए संकल्प पत्र भी भराए।

इसके अलावा पानी, शीतल पेय की बोतलें, चिप्स, नमकीन, बिस्किट के पैकेटों को भी गोमुख क्षेत्र में न छोड़ने की अपील गई थी। इस पर गंगोत्री नेशनल पार्क के अधिकारियों व कनखू बैरियर में तैनात करते कर्मियों ने भी सतर्कता दिखाई। हर दिन गंगोत्री नेशनल पार्क के गोमुख क्षेत्र में 150 पर्यटक जा रहे हैं। साथ ही वे अपने साथ लेकर गए सामग्री से निकलने वाले कूड़े को वापस लेकर आ रहे हैं।

गंगोत्री नेशनल पार्क के कर्मी राजवीर सिंह रावत कहते है कि हर पर्यटक के सामान की जांच की जा रही है। इसमें प्लास्टिक पैकिंग से संबंधित सामग्री की सूची तैयार की जा रही है। जब पर्यटक लौट रहे हैं, तो कनखू बैरियर के पास प्लास्टिक की बोतल, नमकीन, चिप्स, बिस्किट के पैकेट आदि कूड़ेदान में डाल रहे हैं। हर दिन इस कूड़ेदान से 15 से 20 किलो प्लास्टिक का कूड़ा एकत्र हो रहा है। पार्क प्रशासन की ओर से दिए गए निर्देश और  निर्मल गंगा अभियान से पर्यटक भी जागरूक हुए हैं।

 

 

 

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