कोरोना महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन के तहत लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाने का प्रयास किया जा रहा

उत्तराखण्ड

कोरोना महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन के तहत लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाने का प्रयास किया जा रहा है। शुरुआत में फेल होने के बाद अब प्रशासन की नई व्यवस्था कुछ कारगर साबित होती दिख रही है। शनिवार सुबह सात से दोपहर एक बजे तक आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहने के दौरान बाजारों में भीड़ अन्य दिनों के मुकाबले कुछ कम नजर आई। सरकार ने आगे भी लॉकडाउन के तहत यही व्यवस्था रखने का निर्णय लिया है।

नई व्यवस्था के तहत आवश्यक वस्तुओं की दुकानें तीन घंटे के बजाय छह घंटे खोली गईं। इससे भीड़ में कुछ कमी जरूर देखी गई। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता भी नजर आया। बीते सोमवार को लॉकडाउन लागू हुआ, इसके बाद सरकार ने लोगों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने को सुबह सात से दस बजे का समय निर्धारित किया, लेकिन इस दौरान सब्जी मंडियों और प्रमुख खाद्यान्न बाजारों में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका। प्रशासन ने वरिष्ठ नागरिकों, गरीबों और बेसहारा लोगों के लिए खाद्य पदाथोर्ं और अन्य जरूरी चीजों की घर तक आपूर्ति के इंतजाम भी किए हैं।

ऋषिकेश में सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए नई व्‍यवस्‍था

नगर निगम के द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए नगर निगम परिसर, बस टर्मिनल कंपाउंड में सब्जी मंडी की व्यवस्था शनिवार से शुरू कर दी गई है। हरिद्वार रोड स्थित फुटकर सब्जी मंडी में भीड़ होने के कारण लोग सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे थे। जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ गया था। नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने अलग-अलग क्षेत्रों में सब्जी मंडी को शिफ्ट करने का निर्णय लिया। शनिवार को यह व्यवस्था लागू कर दी गई।

मुख्य नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल और पुलिस उपाधीक्षक बीएस रावत की देखरेख में दोनों स्थानों पर सब्जी विक्रेताओं को बैठने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यहां आने वाले खरीद दारों के लिए निश्चित दूरी पर गोले के निशान बनाकर सोशल डिस्टेंस का पालन करना सुनिश्चित किया गया है। इन सभी को नगर निगम की ओर से पास जारी किए गए हैं। नगर निगम में 50 और बस अड्डे में 50 सब्जी एवं फल विक्रेताओं को बैठाया गया है। इसके अलावा मोहल्ले में फेरी लगाकर बिक्री की व्यवस्था भी की गई है। वहीं, संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने वाहनों के चालक व परिचालकों को दो सप्ताह का राशन प्रदान किया है। चार धाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड पर बड़ी संख्या में चालक परिचालक बसों में ही जीवन बसर करते हैं। होटल ढाबे बंद होने से इनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

रुड़की में नहीं हुआ सोशल डिस्‍टेंस का पालन

रुड़की में सुबह 7 बजे ही कस्बा झबरेड़ा में बाजार खुल गए थे। बाजार में लाक डाउन का पूरा उल्लंघन देखने को मिला। सोशल डिस्टेंस भी नहीं था। सुबह से सैकड़ों की संख्या में लोग बाजार में एकत्र हुए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी यहां से नदारद थे। कस्बा झबरेड़ा कस्बा मंगलूर रुड़की क्षेत्र में दोनों ऐसे कस्बे हैं, जहां पर सोशल डिस्टेंस का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है। उधर, कोतवाली गंग नहर पुलिस ने बाजार में घूम रहे तीन युवकों को पकड़ लिया। तीनों एक मोटरसाइकिल पर घूम रहे थे। तीनों को 6 घंटे तक कोतवाली में सोशल डिस्टेंस पर बैठने की सजा सुनाई गई।

कोटद्वार में सुबह के वक्‍त सड़कें रहीं खाली

बाजार खुलने का समय बढ़ने के बाद कोटद्वार में लोग सुबह सुबह ही बाजार में नहीं उतरे। सुबह के वक्त सड़क में पुलिस ही अधिक नजर आई। हालांकि, दिन बढ़ने के साथ ही बाजार में लोग भी बढ़ने लगे।

हरिद्वार में  पक्षी और बंदरों को खिलाया खाना 

हर की पैड़ी पर लॉक डाउन के चलते हुए यात्रियों की आमद ना होने पर पक्षी बंदर चारे के लिए तरस रहे थे। इनके चारे के लिए मित्र पुलिस आगे आई। उन्होंने घंटा घर पर कबूतरों तथा बंधुओं को चारा खिलाकर उनका पेट भरा है। कोतवाल प्रवीण होशियारी ने बताया हर की पैड़ी पर हर समय यात्रियों का रेला रहता था । वह पक्षी तथा बंदरों को भी चारा खिलाते थे, लेकिन जब से लॉक डाउन हुआ तब से पक्षी भी हर की पैड़ी क्षेत्र में भूखे पेट इधर उधर घूम रहे थे। जिनके लिए अनाज तथा रोटी, गुड़ और चना बंदरो तथा कबूतरों को पुलिसकर्मियों की मदद से खिलाया गया है। पक्षी और बंदरों ने तब जाकर मां गंगा का पानी पिया।

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