कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर उठाया बड़ा कदम:सीएम योगी आदित्यनाथ

राजनीतिक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ के विभिन्न संस्थानों में अध्ययनरत कश्मीरी छात्रों के साथ संवाद किया। उन सभी से अनुच्छेद 370 हटाने पर राय जानी तथा उनको उत्तर प्रदेश में सुरक्षा तथा सुविधा देने का वादा किया।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों की राजनीति के कारण भले ही वहां पर पढ़ रहा कोई भी छात्र सीएम योगी आदित्यनाथ से शनिवार को भेंट करने में नहीं आया, लेकिन जिला प्रशासन ने अलीगढ़ के कई संस्थान में अध्ययनरत कश्मीरी छात्रों को लखनऊ भेजा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कश्मीर से 370 को हटाए जाने पर चर्चा के लिए छात्रों को बुलाया है।

केंद्र सरकार अब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद वहां बेहतर माहौल बनाने में सरकार जुटी हैं। प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का संकल्प जारी किया है। इसी नारे को लेकर अब चौतरफा अभियान चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उत्तर प्रदेश में पढ़ाई करने वाले जम्मू-कश्मीर के छात्रों से शनिवार को संवाद करेंगे।

अलीगढ़ में इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट की शिक्षा ले रहे कश्मीर के इन छात्रों का आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ पांच कालीदास मार्ग पर संवाद करेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ इन छात्रों का स्वागत करेंगे और उनसे संवाद कर उन्हें सहयोग प्रदान करने और उनकी समस्याओं के समाधान का भी विश्वास दिलाएंगे।

इन छात्रों के जरिये जम्मू-कश्मीर के लोगों को मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भावनाओं से भी अवगत कराएंगे। इसके लिए विशेष तैयारी की गई है। योगी आदित्यनाथ इस आयोजन के जरिये बड़ा संदेश देना चाहते हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अध्ययनरत जम्मू-कश्मीर के छात्रों ने इस आमंत्रण को स्वीकार नहीं किया है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति चरम पर है। यहां पर पढ़ रहे कश्मीर के छात्रों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संवाद के लिए आज आमंत्रित किया गया था। किसी के भी आने पर जिला प्रशासन ने यहां अन्य संस्थाओं में पढ़ रहे आठ छात्रों को लखनऊ भेजा है। छात्रों का प्रतिनिधि मंडल शनिवार 11:30 बजे सीएम के संवाद कार्यक्रम में शामिल होगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों सूबेभर से कश्मीरी छात्रों को संवाद के लिए बुलाया था। अलीगढ़ से भी 40 छात्रों की सूची मांगी गई। 28 सितंबर संवाद की तिथि तय की गई। प्रशासन ने एएमयू में पढ़ रहे छात्रों से बातचीत की, लेकिन यहां के छात्र तैयार नहीं हुए। उनका तर्क था कि अगर पीएम मोदी या गृहमंत्री अमित शाह मुलाकात के लिए आमंत्रित करेंगे तो उन्हें जाने में गुरेज नहीं हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ मिलने से उनकी समस्याओं को समाधान नहीं होगा।

छात्रसंघ के निवर्तमान उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान रॉथर ने डीएम सीबी सिंह से मुलाकात के बाद लखनऊ जाने की बात कही थी, लेकिन दूसरे छात्रों के इन्कार करने से कोई भी छात्र जाने को तैयार नहीं हुआ। ऐसा छात्रों के बीच गुटबाजी को माना जा रहा है। प्रशासन ने एएमयू की जगह अन्य निजी कॉलेजों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों को लखनऊ भेजा है। यह छात्र एसीएन व शिवदान सिंह कॉलेज के हैं। इनको अलीगढ़ से एसीएम द्वितीय प्रवीण यादव के नेतृत्व में भेजा गया है।

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