बगदादी के शव को भी लादेन की तरह बेहद गोपनीय तरीके से लगाया गया ठिकाने

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आइएस सरगना (ISIS leader) अबू बकर अल बगदादी (Abu Bakr-al Baghdadi) के पार्थिव शरीर का अमेरिकी मानकों और सशस्‍त्र संघर्ष कानून (law of armed conflict) के तहत उचित तरीके से अंतिम संस्‍कार कर दिया गया है। अमेरिका के ज्‍वाइंट चीफ ऑफ स्‍टॉफ (US Joint Chiefs of Staff) जनरल मार्क मिले (General Mark Milley) ने यह जानकारी दी। हालांकि, उन्‍होंने यह नहीं बताया कि बगदादी के शव को किस तरह और कहां ठिकाने लगाया गया।

पेंटागन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मार्क मिले (Mark Milley) ने बताया कि बगदादी के पार्थिव शरीर के अवशेषों को डीएनए जांच के साथ उसकी पहचान की पुष्टि की गई और उसके बाद उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उसे निपटाया गया। उन्‍होंने यह भी बताया कि बगदादी की अंतिम क्रिया आर्म्‍ड कन्‍फ‍िक्‍ट लॉ और अमेरिकी कानूनों को ध्‍यान में रखते हुए संपन्‍न की गई।

हालांकि, अभी तक यह नहीं बताया गया है कि बगदादी के पार्थ‍िव का निपटान कैसे किया गया। ना तो इसका खुलासा किया गया है कि उसका अंतिम संस्‍कार किस स्‍थान पर किया गया है। सनद रहे कि साल 2011 में पाकिस्‍तान के ऐबटाबाद में जब अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का खात्‍मा किया गया था तब भी यह नहीं बताया गया था कि उसके शरीर का निपटान कहां किया गया है। उस वक्‍त केवल यह बताया गया था कि लादेन की डेड बॉडी को समुद्र में दफनाया गया है।

पेंटागन चीफ ने संवाददाताओं को यह भी बताया कि अमेरिकी सेना ने बगदादी के ठिकाने से आइएस के कई दस्‍तावेज और सबूत जब्‍त किए हैं। इनमें आइएस की भविष्‍य की प्‍लानिंग के बारे में भी जानकार‍ियां मौजूद हैं। इन सामग्रियों की जांच पड़ताल की जा रही है। हालांकि, उन्‍होंने सबूतों के बारे में विस्‍तार से बताने से इनकार कर दिया। मार्क मिले (Mark Milley) ने बताया कि अमेरिकी बलों ने बगदादी के दो साथियों को जीवित पकड़ा है। दोनों अमेरिकी सेना की हिरासत में हैं।

बता दें कि शनिवार को अमेरिकी सेना के कमांडोज के ‘ऑपरेशन जैकपाट’ में दुनिया के सबसे खूंखार और क्रूर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का सरगना अबू बकर अल-बगदादी मारा गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को बगदादी के मारे जाने की पुष्टि की थी। व्हाइट हाउस से टेलीविजन पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि सीरिया के इदलिब प्रांत के सुदूर गांव बारिशा के बाहर बने सुरंग के ढांचे में बगदादी मारा गया।

इस कंपाउंड (परिसर) में बगदादी के छिपे होने की ठोस जानकारी के बाद हेलीकॉप्टर से अमेरिकी सेना के विशेष दस्ते के 70 जवान भेजे गए थे। सैनिकों ने कंपाउंड में उतरने से पहले ऊपर से ही फायरिंग की और मिसाइल दागीं। ट्रंप के मुताबिक लगभग दो घंटे तक यह कार्रवाई चली थी। अमेरिकी सैनिक नीचे उतरे और मुख्य दरवाजे के बजाय दीवार तोड़कर कंपाउंड में घुसे, क्योंकि उन्हें खतरा था कि मुख्य दरवाजे में कोई जाल बिछा हो सकता है।

सैनिकों ने उस बंकर को घेर लिया जहां बैठकर बगदादी दुनियाभर में अपने आतंकियों को निर्देश देता था। अमेरिकी सैनिकों के साथ विशेष प्रशिक्षित के-9 कुत्ते भी थे, जिन्होंने सुरंग में बगदादी का पीछा किया। रिपोर्टों में मुताबिक, कंपाउंड में बगदादी के साथ उसकी दो पत्नियां, कई बच्चे और आतंकी भी थे। उसकी दोनों पत्नियां और कई आतंकियों को भी अमेरिकी सैनिकों ने मार गिराया लेकिन उसके दूसरे बच्चे सुरक्षित हैं। उनके साथ ही सरेंडर करने वाले आतंकियों को भी कंपाउंड से सुरक्षित निकाला गया था।

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