उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अक्षय तृतीय के शुभ अवसर पर यमुना की उत्सव डोली को यमुना के शीतकाली प्रवास स्थल खरसाली (खुशीमठ) में भव्य तरीके से सजाया गया है। यमुना आरती और यमुना स्तुति के बाद यमुना की डोली को लेकर तीर्थ पुरोहित शनि महाराज के मंदिर में पहुंचे। जहां से यमुना अपने भाई शनि महाराज की अगुआई में यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। इस दौरान खरसाली के ग्रामीणों ने अपने घरों से और दूर खड़े होकर ही मां यमुना के दर्शन किए।
साथ ही मां यमुना से कामना की है कि जल्द से जल्द कोरोना संक्रमण का दौर समाप्त हो और देश विदेश के श्रद्धालु यमुनोत्री धाम सहित अन्य धामों में आ सकें। यमुनोत्री धाम के कपाट 12.15 बजे अभिजीत मुहूर्त पर खोले जाने हैं। यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने के सुअवसर पर एक पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से करवाई जाएगी। इसके लिए चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने 1101 रुपया की धनराशि के पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल के माध्यम से मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान को दिलवाई।
इस अवसर पर मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, उपाध्यक्ष राजस्वरूप उनियाल, पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल, कोषाध्यक्ष प्यारेलाल उनियाल, प्रवक्ता जयप्रकाश उनियाल, सह सचिव विपिन उनियाल, सदस्यों में प्रकाश उनियाल, अंकित उनियाल, पंकज उनियाल, भागेश्वर उनियाल, नितिन उनियाल, अरविंद उनियाल, सचिदानंद आदि मौजूद थे।
वहीं, गंगा की डोली 11.15 बजे मुखवा से गंगोत्री के लिए रवाना होगी तथा रात्रि विश्राम भैरव घाटी में करेगी। गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीय की उदय बेला पर 15 मई की सुबह साढ़े सात बजे खुलेंगे। इस बार भी कोरोना संक्रमण के कारण किसी भी श्रद्धालु को अनुमति नहीं दी गई है। यमुनोत्री धाम में 25 तीर्थ पुरोहितों और गंगोत्री धाम में 21 तीर्थ पुरोहितों को अनुमति दी गई है।