दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ यानी DDCA की रविवार को वार्षिक आम सभा (AGM) में कई फैसले लिए गए। इसी दौरान भारतीय टीम को एक वर्ल्ड कप जिताने वाले खिलाड़ी मनजोत कालरा (Manjot Kalra) को दो साल के लिए बैन करने का फैसला भी लिया गया। इसी के साथ-साथ कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के 2 खिलाड़ियों पर अभी भी तलवार लटकी हुई है।
साल 2018 में भारतीय टीम को अंडर-19 वर्ल्ड कप खिताब दिलाने वाले मनजोत कालरा को उम्र की धोखाधड़ी के चलते दो साल के लिए एज ग्रुट टूर्नामेंट्स से बाहर कर दिया है। अंडर 19 वर्ल्ड कप 2018 के फाइनल में शतक जड़कर भारतीय टीम को जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले और मैन ऑफ द मैच हासिल करने वाले मनजोत कालरा को DDCA ने उम्र धोखाधड़ी का दोषी पाया है। इसी कारण से डीडीसीए के लोकपाल ने उन्हें दो साल के क्रिकेट से बैन कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के लोकपाल ने दो और खिलाड़ियों पर खतरा होने की बात कही है। इनमें केकेआर के बल्लेबाज शिवम मावी (Shivam Mavi) और नीतीश राणा हैं। हालांकि, इन दो खिलाड़ियों की उम्र धोखाधड़ी का मामला डीडीसीए ने बीसीसीआइ को भेज दिया है। बता दें कि इसी साल जून में दिल्ली पुलिस की एक विशेष जांच यूनिट ने मनजोत कालरा के माता-पिता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
मनजोत कालरा के माता-पिता पर आरोप था कि उन्होंने अपने बेटे मनजोत कालरा को जूनियर क्रिकेट खिलाने के लिए उसकी जन्मतिथि 1999 बताई थी, जबकि उनकी असली जन्मतिथि 15 जनवरी 1998 है ना कि 15 जनवरी 1999। उस दौरान मनजोत कालरा नाबालिग की श्रेणी में थे तो इसलिए उनके माता-पिता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई थी।
उधर, 21 साल के शिवम मावी भी उम्र के धोखाधड़ी के चलते बैन हो सकते हैं। वहीं, नीतीश राणा को अपनी जन्मतिथि से जुड़े असली पेपर जमा करने के लिए कहा गया है। अगर नीतीश राणा द्वारा दी गई जानकारी गलत पाई जाती है तो नीतीश राणा पर भी कार्रवाई हो सकती है।