आजादी के 72 साल बाद भी छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के एक गांव में बिजली नहीं पहुंची है, लेकिन बिजली का बिल पहुंच गया। ग्रामीण लालटेन और ढिबरी के सहारे ही जीवन यापन करने पर मजबूर हैं। इस गांव का नाम सनावल है। यहां करीब 40 घर ऐसे है जो आज बगैर बिजली के रह रहे हैं।इसे लेकर एक ग्रामीण ने बताया कि गांव में बिजली नहीं है। लोग अंधेरे में खाना बनाते हैं, लैंप के सहारे बच्चे पढ़ाई करते हैं। लेकिन हमें बिजली का बिल भेज दिया गया है।